Thursday 6 October 2016

क्या आपकी कमजोर सेक्स ड्राइव के के कारण आपका पार्टनर असन्तुष्ट है? तो कीजिये इनका सेवन


आज के इस भागदौड़ भरी जिंदगी में शरीर का ध्यान रखना बहुत मुश्किल सा हो गया है जिसका बुरा असर शारीरिक, मानसिक और लैंगिक जीवन पर पड़ रहा है और इसकी वजह है हॉर्मोन्स का असंतुलित होना। जिसके कारण हम अपने पार्टनर के साथ सेक्स का भरपूर आनन्द नहीं ले पाते है। कुदरत ने हमे ऐसी बहुत सी चीज़े दी है जिनका सेवन करके हम सेक्स ड्राइव को बढ़ाकर अपने पार्टनर को ख़ुश रख सकते है
आज की इस पोस्ट में हम चर्चा करेगे की किन चीज़ों के सेवन से हम अपनी सेक्स ड्राइव बढ़ाकर अपने पार्टनर के साथ सम्बन्धों को पहले से अधिक बेहतर और मजेदार बना सकते है।


1) अंजीर


•  यह एक सुपरफूड है।
•  यह शरीर में ऊर्जा को बनाये रखता है, जो की एक अच्छी सेक्स ड्राइव के लिए बहुत जरुरी है।
•  यह कई यौन विकारो जैसे नामर्दी, इरेक्टाइल डिसफंक्शन आदि को दूर करता है।


2) स्ट्राबैरी


•  स्ट्राबेरी, चेरी, ब्लूबेरी जेसे फल में ऐसे तत्व होते है जो सेक्स ड्राइव को बढ़ाते है, हालांकि इनका असर वियाग्रा जितना शीघ्र नहीं होता परन्तु अधिक मात्र में सेवन करने में इसका असर घण्टो तक बना रह सकता है।


3) अनार

•  एक शोध के मुताबिक यह पाया गया है कि अनार का नियमित सेवन करने से यह वियाग्रा से अधिक आपकी सेक्स ड्राइव को बढ़ा सकता है


4) पाइनएप्पल


•  पाइनएप्पल मैंगनीज का एक बहुत अच्छा स्त्रोत है।
•  मैंगनीज सेक्स हॉर्मोन्स को बढ़ाने के लिए ज़िम्मेदार होता है जिसके कारण सेक्स ड्राइव में काफी हद तक सुधार मिलता है।


5) मिर्च


•  मिर्च का सेवन करने से कुछ ऐसे रसायन दिल तक पहुचते है जो दिल की धड़कनो को बढ़ाते है।
•  इसके सेवन करने से एंडोर्फिन नामक रसायन का हमारे शरीर में बहाव बढ़ता है जिसके कारण सेक्स ड्राइव में बढ़ोतरी होती है।


6) चॉकलेट


•  चॉकलेट सेक्स ड्राइव को बढ़ाने में बहुत ही खास साधन है
•  चॉकलेट का सेक्स के साथ एक बहुत ही गहरा रिश्ता है चॉकलेट में phenylathiamine और methylxanthines पाये जाते है phenilathiamine शरीर में यौन उत्तेजना को बढ़ाता है जबकि methylxanthines शरीर में डोपामिन के बहाव को बढ़ाता है इन दोनों रसायनों के मिले जुले प्रभाव के कारण सेक्स ड्राइव काफी हद तक बढ़ जाती है।


7) तरबूज


•  तरबूज गर्मियों में आने वाला एक फल है जिसमे 92% जल और 8% ऐसे तत्व होते है जो सेक्स ड्राइव को बढ़ाते है

8) केला



•  इस फल में पाये जाने वाले तत्व सेक्स पर काफी असरदार होते है।
•  इसमें पाये जाने वाले तत्त्व पेनिस में रक्त संचार को बढ़ाते है जिससे पेनिस अधिक मजबूत और लम्बा हो जाता है, जो सेक्स ड्राइव को बढ़ाने में मदद करता है


9) केसर

•  वेसे तो केसर कीमत में थोडा महंगा होता है परन्तु यह सेक्स के लिए बहुत ही काम की चीज़ है।
•  इसकी प्रकृति थोड़ी गर्म होती है जिससे खून में गर्मी बढ़ती है।
•  बहुत कम मात्रा में केसर का सेवन दूध के साथ किया जाता है
यही वजह है की सुहागरात के समय दूध में केसर मिलाकार दिया जाता है

Tuesday 4 October 2016

भारत के ये अचूक हथियार मिनटो में तबाह कर सकते है पाकिस्तान के परमाणु ठिकानो को

हाल ही में पाकिस्तान के हुक्मरानों ने हिन्दुस्तान को परमाणु हमले की धमकी दी, इसकी वजह सीमा पर बिगड़ते हुए हालात है। परन्तु भारत ने सालो पहले ही पकिस्तान की इन करतूतो से बचने के लिए ऐसी तकनीके विकसित कर रखी है जिन्हें जानकर आप हैरान हो जायगे और साथ ही साथ भारत की इस दूरदर्शिता पर आपको गर्व होगा। दरअसल भारत के पास इस तरह की मिसाइले मौजूद है जिनका उपयोग कर भारत पकिस्तान के परमाणु ठिकानो को कुछ ही मिनटो में हमला बोलकर तबाह कर सकता है। इन मिसाइलो की मारक क्षमता इतनी है की इनसे दिल्ली में बेठे बेठे तक़रीबन 1000 किलोमीटर तक की दुरी पर पेशावर तक के किसी आतंकी ठिकानो को आसानी से निशाना बनाया जा सकता है।
आओ जाने भारत की इन बैलिस्टिक मिसाइलो के बारे में:

1) ब्रह्मोस


•  ब्रह्मोस एक सुपरसोनिक क्रूज़ मिसाइल है
•  इस क्रूज़ मिसाइल की खासियत ये है की यह कम उचाई पर तेज़ी से उड़ान भरती है और रडार प्रणाली की रेंज से भी आसानी से बच जाती है
•  ब्रह्मोस की खास बात ये है की ये मिसाइल ज़मीन से, हवा से, पनडुब्बी से और युद्धपोत से यानि कही से भी आसानी से दागी जा सकती है
•  ब्रह्मोस मिसाइल जल सेना, थल सेना और वायु सेना किसी के भी काम में ली जा सकती है
•  यह मिसाइल 10 मीटर की ऊँचाई पर उड़ान भर सकती है और सिर्फ रडार ही नहीं बल्कि किसी भी पहचान प्रणाली को आसानी से धोका देकर बच सकती है
•  ब्रह्मोस को मार गिराना लगभग असंभव है, इसकी मारक क्षमता लगभग 500 किलोमीटर तक है, अर्थात हम इस मिसाइल के द्वारा दिल्ली में बेठे बेठे लाहोर तक के किसी भी लक्ष्य पर आसानी से हमला बोलकर निशाना बना सकते है।

2) पृथ्वी

•  पृथ्वी एक स्वदेशी मिसाइल है।
•  यह मिसाइल ज़मीन से ज़मीन पर मार करने वाली एक ताकतवर मिसाइल है।
•  इस मिसाइल से लगभग 600 किलोमीटर तक की रेंज में आने वाले लक्ष्य को आसानी से निशाना बनाया जा सकता है।
•  पृथ्वी के 3 संस्करण पृथ्वी1, पृथ्वी2, और पृथ्वी3 को NCA (न्यूक्लिअर कमांड ऑथोरिटी) के नियंत्रण में रखा गया है।

Monday 3 October 2016

कोलकाता टेस्टः टीम इंडिया ने श्रृंखला जीतकर पाकिस्तान से जीता नंबर 1 का ताज


भारत ने कोलकाता टेस्ट मैच 178 रनों से जीता, और न्यूजीलैंड के खिलाफ 3 टेस्ट मैच की श्रृंखला में 2-0 की अजेय बढ़त बना ली और इसके साथ ही विराट कोहली की अगुवाई वाली टीम इंडिया ने पकिस्तान से टेस्ट मैच में नंबर 1 होने का ताज छीन लिया। इंडिया के गेंदबाज ने शानदार प्रदर्शन करते हुए कीवी टीम की दूसरी पारी 197 पर समाप्त कर दी।
367 रनों के लक्ष्य का सामना करते हुए उत्तरी कीवी टीम में घुटने टेक दिए, लाथम 74 रनों के साथ आउट हुए, मार्टिन गप्टिल, हेनरी निकोल्स ने 24-24 रनों की पारी खेली जबकि ल्यूक ने 32 रनों की भागीदारी दी।
टीम इंडिया ने दूसरी पारी में मोहम्मद शमी, रविचंद्रन अश्विन और रविन्द्र जडेजा ने 3-3 विकेट लिये, भुवी ने पहली पारी में 5 विकेट लिये।
मैच के चौथे दिन लंच तक कीवी टीम ने बिना किसी विकेट के नुकसान 55 रन बनाये, लंच के बाद रविचंद्रन ने पहले ही ओवर में भारत को पहली सफलता दिलाई, मार्टिन गप्टिल 24 रनों के साथ एलबीडबल्यू आउट हुए। मैच के चौथे दिन टीम इंडिया ने 8 विकेट पर 227 रनों को आगे बढ़ाते हुए 263 रन बनाये।
न्यूजीलैंड के सामने 376 रनों का लक्ष्य था। विकेटकीपर बल्लेवाज रिद्धिमान साहा 58 रन बनाकर लौटे।
चौथे दिन साहा के साथ भुवनेश्वर कुमार ने खेल को आगे बढ़ाया।भुवी 23 रन बनाकर आउट हुए, इसके बाद मोहम्मद शमी 1 रन बनाकर आउट हुए।
मैच के तीसरे दिन रोहित शर्मा और विराट कोहली ने क्रमशः 82 व 45 रन बनाये जबकि बाकि बल्लेबाज़ों का कोई खास प्रदर्शन नहीं रहा, रोहित की पारी के चलते हुए भारत मजबूत लक्ष्य बनाने में कामयाब हो पाया। टीम इंडिया ने पहली पारी में 316 रन बनाये जबकि टीम कीवी 204 रन पर ही सिमट गयी। 112 रनों की बढ़त के साथ टीम इंडिया की दूसरी पारी में कोई खास शुरुआत न कर पायी।
अगर टीम इंडिया कोलकाता टेस्ट मैच जीतती है तो टेस्ट मैच में नंबर 1 पर आ जायगी और साथ में 2-0 की अजेय बढ़त बना लेगी। 

Tuesday 13 September 2016

पाकिस्तान कहलायगा एशिया का नया टाइगर


 

अगर कहा जाये कि भारत और पाकिस्तान में से कोनसा देश अधिक बलवान है तो बेशक जवाब होगा भारत, लेकिन अगले वर्षो में यह जवाब बदल जायगा। आपको बता दे कि एशिया में पाकिस्तान अब एक नया वर्चस्व हासिल करने वाला है, और इसकी वजह है चीन और पाकिस्तान में बन रहे चाइना पाकिस्तान इकनोमिक कॉरिडोर(सीपीईसी)। जो की एशिया का स्वरूप ही बदल देगा, और इस बदले सवरूप का सबसे ज्यादा फायदा पाकिस्तान को होगा, और ये बात भारत के लिए चिंता का विषय बन सकती है।

पाकिस्तान को अब एशिया का नया टाइगर कहा जा सकता है। सीपीईसी में चीन लगभग 75 बिलियन डॉलर खर्च करेगा, इसमें से 45 मिलियन डॉलर 2020 तक खर्च कर सीपीईसी का रुट ऑपरेशनल तौर पर शुरू कर दिया जायगा। सीपीईसी 3218 किलोमीटर लंबा रुट होगा, जिसके पूरे होने में लगभग 15 वर्ष या इससे भी अधिक समय लग सकता है। इसे हाइवे, रेलवे व पाइपलाइन के जरिये चीन के शिनजंग से लेकर पाकिस्तान के ग्वादर पोर्ट तक जोड़ा जायगा। 2017 तक ग्वादर इंटरनेशनल पोर्ट का निर्माण कर लिया जायगा और उससे सम्बंधित कार्य पूरे कर लिए जायगे। काराकोरम हाइवे के विस्तार से चीन व पाकिस्तान आपस में जुड़ जायगे। कहा जा रहा है चीन का ये अब तक का विदेश में सबसे बड़ा निवेश है। इस प्रोजेक्ट से पाकिस्तान के लगभग 7 लाख लोगो को रोजगार मिलेगा और पाकिस्तान की विकास दर लगभग ढाई फ़ीसदी बढ़ जायगी। सीपीईसी प्रोजेक्ट में लगे चीनी नागरिको की सुरक्षा के लिए पाकिस्तानी सुरक्षाकर्मी लगे हुए है, क्योकि तहरीक-ए-तालिबान(टीटीपी), अलकायदा और जुनदुल्लाह ने इस प्रोजेक्ट में रूकावट लाने की धमकी दी है

     * पाकिस्तान के छक्के छुड़ा सकता है भारत

अगर भारत सिंधु जल संधि को खत्म कर दे तो पाकिस्तान की जान हलक में आ जायगी, पाक व भारत की इस संधि के तहत 80 फ़ीसदी पानी ले रहा है। जब दोनों देशो में बँटवारा हुआ तो सिंधु नदी का उद्गम क्षैत्र भारतीय सीमा के अंदर और नदी का बड़ा भाग( बेसिन) पाकिस्तान में रह गया। इस समझोते के अनुसार सिंधु नदी का लगभग 80 फीसदी पानी पाकिस्तान के हिस्से में और लगभग 20 फ़ीसदी भारत में रह जाता है। अगर भारत भी चीन की तरह अपनी ज़िद पर आ जाये और संधि को खत्म कर दे तो पाकिस्तान की हालत बद् से बद्तर हो जायगी, तब रखा रह जायगा सीपीईसी।

Saturday 10 September 2016

आरक्षण सही है या गलत?

   आरक्षण सही है या गलत? आओ पता लगाये, मगर कैसे? चलो लोगो से ही पूछ लेते है, शायद जवाब मिल जाये। आज पूरे 5 साल हो चुके है लोगों से पूछते पूछते, परन्तु आज भी में अपने मन में वही सवाल लिये हुऐ हूँ। अगर लोग मेरे प्रश्न का उत्तर होते तो शायद ये षडयंत्र रचा ही न जाता। लोगो से जब भी आरक्षण के विषय पर सही या गलत पूछा जाये तो, उनके विचार बाद में, पहले गालिया निकलती है, सामान्य वर्ग दलित वर्ग को और दलित वर्ग सामान्य वर्ग को। किसी भी चीज़ के सही और गलत होने का फैसला कुछ और नहीं बल्कि उसे देखने का नज़रिया करता है। अगर आप से पूछा जाये कि हथियार का होना सही है या गलत तो शायद एक तरफ़ा जवाब देना मुश्क़िल होगा, एक तरफ से सही भी है और एक तरफ से गलत भी। अगर हमें आरक्षण के इस भँवर से निकलना है तो जरूरत है बदलाव की, आरक्षण के बदलाव की नहीं बल्कि नज़रिये के बदलाव की। आज दलित वर्ग के पास आरक्षण है तो ये सामान्य वर्ग के लोगो की सोच के मुताबिक़ ये ग़लत है। अगर यही आरक्षण किसी भी वज़ह से दलित वर्ग को न मिलकर सामान्य वर्ग को मिल जाये तो यही आरक्षण अब सही हो जायगा, अरे सही होना तो दूर अब तो ये उनका जन्मसिद्ध अधिकार भी बन जायगा चाहे इसके लिए उनको इसकी कोई भी वजह क्यों न देनी पड़ जाये। फिर सामान्य वर्ग के लोगों में से कोई भी सामने आकर ये नहीं कहेगा की ये हमे क्या दे दिया, हम तो इसकी कोई पात्रता ही नहीं रखते। आज के समय में दलितों के पास आरक्षण है तो वे लोग बहुत खुश है साथ ही आरक्षण के प्रति उनका नजरिया भी सही है अगर यही दलित लोग मृत्यु उपरान्त संभावनवश किसी सामान्य वर्ग के घर में जन्म लेते है तो अब निश्चित रूप से उनका आरक्षण को लेकर नज़रिया बदल जायगा, उनके अनुसार अब आरक्षण गलत है। आखिर क्या है ये सब? सिर्फ वर्ग बदलने से आरक्षण को लेकर हमारा नज़रिया बदल गया। मैँ पूछता हूँ पुनर्जन्म को लेकर हमारे पास कॉपीराइट जैसा कुछ है क्या? एक इंसान की जिंदगी आज के समय में 70 से 80 साल होती है, हमारे पैदा होने से लेकर 30 से 35 साल तक आरक्षण को समझने में लग जाते है। अगर हम आरक्षण में कुछ बदलाव लाना चाहे तो ये कोई छोटी बात न होगी इसके लिए एक बड़ी क्रांति की जरुरत होगी, जिसको लाने में शायद 10 से 15 साल लग जाये। फिर एक लंबी प्रक्रिया के चलते लगभग 10 साल बाद संयोगवश कोई बदलाव हो भी जाये तो हम पायगे की हमने आधी से ज्यादा जिंदगी निकाल दी, भगवान का शुक्रिया की अब बाकि की 20- 25 साल की जिंदगी ख़ुशी ख़ुशी निकलेगी। अगर इसके बाद बदकिस्मती से पुनर्जन्म किसी दलित के घर में जन्म हुआ तो? हे भगवान! सारी मेहनत पर पानी फिर गया, लगता है अब फिर से बदलाव लाना पड़ेगा और जिंदगी आरक्षण की चक्की के बीच पिसती रहेगी। आखिर क्या था ये सब? क्यूं हम भटक रहे है? है कोई जवाब हमारे पास? शायद नहीं। जो नज़रिया मरने के बाद आया क्यों न जीते जी बदल सकें तब ही शायद हम आरक्षण के इस भँवर से उभर पाये।।                                                                                                                                                                                                       दोस्तों मेरी आज की इस पोस्ट पर अपने अपने विचार कमेन्ट बॉक्स में दे। धन्यवाद।                         

Friday 9 September 2016

Have you problem with irregular menstrual cycle?

Have a trouble with irregular menstrual periods?

Hiiii.... friends, this article about to modern women who have a very busy daily routine. In there busy routine they forget care of herself.The reluctance for women to seek help and speak up about health issues is really worrying but it's not hard to understand. From being too busy or feeling too shy, to prioritising the needs of our families or our jobs – every woman is different and there are myriad reasons that health issues may not take precedence in the busy lives we lead. However, in diseases like ovarian cancer – in which symptoms can be vague and diagnosis is tricky – we, as women, need to listen to our bodies, keep a close eye on our health and be persistent with doctors if we think something is wrong. Here is create various type of problem due to busy life routine. We will discuss one of them, about irregular menstrual period, which is most common problem for teenagers and young women.

  • causes of irregular menstrual periods

    1.  weight loss and gain                                                   

    2.  poor nutrition

    3. smoking

    4. caffein

    5. alcohol in excess(interfering metabolism of estrogen and progesterone)

    6. stress

    7. uterine abnormalities(fibroids/cyst/polyps/endometriosis)

    8. hormonal imbalance

    9. misscarriage, D&C

     these factors are related to our life. we can't away from that type factors. most of factor become a part of our life, so various type of health illness is also become a cause of our troubles. In this case take regularly modern medicine may be harmful for us if we take these medicine for long time.
    In this world various type of herbal medicine found naturally, these herbal medicine are very effective and have no any side effect, but lack of awareness of herbal drugs we miss these importance.

    here: some vey effective herbal home remedies for irregular menstrual cycle

    1. Aloe vera

     

    . Aloe vera regulate hormone naturally
    . Extract aloe vera gel from leaf. (take a single leaf). Add one teaspoon honey in one teaspoon aloe vera gel, and take it orally before breakfast. Continue this medicine for 3 month.                                                                  
     CAUTION: Do not take this medicine during periods (bleeding phase).

     

    2. Papaya (green, raw papaya)


    . papaya help in regulating menstrual cycle.
    . raw papaya contain lot of heat, so it help in stimulating the production of estrogen hormone, which resulting regular menstrual cycle.


    3. Turmeric

     . Produce heat in body which regulate hormones.
     . Antispasmodic and anti-inflammatory (decrease intensity of pain).
     . How to take this medicine: 1 glass of milk + 1/4 teaspoon turmeric powder + 1 teaspoon honey  


     4. Peppermint

    . Very effective herbal medicine in irregular menstrual cycle.
    . How to use: 1 teaspoon of dry leaves powder of peppermin + 1 teaspoon honey
    take orally 3 time in a day, and continue for some week.

       
    [ please leave comment about your views]